बुधवार, 28 मार्च 2018

गीत @प्रभात राय भट्ट नयन खोजए मोर पिया कए दुलार कि आजु करबै हम सोलहो श्रृङ्गार ऎसगर घर आङन रहि रहि मुह दुसैय पिया जि के बाट तकैत बैसल छि द्वार नैयन खोजए मोर पिया कए दुलार कि आजु करबै हम सोलहो श्रृङ्गार सेज पलङिया सेहो दैय उलहन उपराग विरह जिन्दगी क दुख अछी हजार नयन खोजए मोर पिया जि कए दुलार कि आजु करबै हम सोलहो श्रृङ्गार ऎना कंघि टीकुलि सेनुर आर चुरी कङन अछी पिया जि कए स्न्नेहक इन्तजार नयन खोजए मोर पिया जि कए दुलार कि आजु करबै हम सोलहो श्रृङ्गार स्वपन देख्लहु राती पिया गाबैए पराती भोरुकबा किरणया कहि करैय प्यार नयन खोजए मोर पिया जि कए दुलार कि आजु करबै हम सोलहो श्रृङ्गार

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