सोमवार, 1 अगस्त 2011

हम बजैतछि मैथिलि@प्रभात राय भट्ट

माथमें किछु घुसए नै
बात किछु बुझय नै
मुदा झुठमुठमें
या या यप यप करैत जाईछी
हम बजैतछि मैथिलि
अहां इंग्लिश किये बतियईतछि
मिथिला अछि एकटा
सुन्दर दुलहिन
मथिली भाषा अछि
एकर माथक बिंदी
हम बजैतछि मैथिलि 
अहां बजैछी किये हिंदी
माएक बोली अहां गेलौं बिसरी
आनक भाषा  लगैय मिसरी
अहां भेलौं केहन परचट
आनक भाषा बजैतछी फटाफट
हम बजैतछी मैथिलि
अहां नेपाली किये बतियाईत्छी
माएक बोली तित लगैय
आनक भाषा मीठ लगैय
मिथिलाक जन जन छि मैथिल 
भारत बसु चाहे नेपालमें रही
सैद्खन अपन माएक बोली 
मैथिलि भाषाक समान करी  
रचनाकार:-प्रभात राय भट्ट






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