आजु समाज किए अतेक बिमार छै
दुमुहा साप सन सभक किरदार छै
जुनि भेट्त कियो एहि ठाँम जेहन्दार
सभक सभ अगबे अगती कए सरदार छै
जुनि पुछियौ ने हिन्का स हिनक इमान
हिनक रक्त नलि मे प्रवाहित भ्रष्टाचार छै
चोर कए चोर कहनैयो बात बड खराब छै
चोरियो केनाए आब समानित अधिकार छै
भ्रष्टाचार क पक्षपोषण मे ओहो अछी लागल
प्रतिनिधि आ कि सरकार सब के सब बिमार छै
जुनि हाथ पैर हाथ धरी निरास बैसु बाबु
सब रोग क कुनु ने कुनु जरुर उपचार छै
सब मिलजुलि दिय भ्रस्टाचार क जडि उपारि
सभ्य समाज लेल सभ्यता के सरोकार छै
By@ prabhat punam
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