मंगलवार, 20 मार्च 2012

गजल@प्रभात राय भट्ट

गजल-
अहाँ केर प्रेम में हम भेलौं बाबरिया
सुद्ध बुद्ध बिसारि हम देलौं सबरिया

प्रेमक गाछ पर अछि प्रेमक पलव
पलव पर नाम लिखी देलौं सबरिया

डरेछि हम कियो पलव नै तोड़ी दिए
सोंची सोंची प्रीतम हम भेलौं बाबरिया

मधुर मिलन केर  अछि आस लागल
दुनिया सं बांची कS हम एलौं सबरिया

भीख नै पियास अछि मिलन केर आस
जीवन में अहिं मिठास दलों सबरिया
............वर्ण-१५....
रचनाकार:-प्रभात राय भट्ट

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