शनिवार, 3 मार्च 2012

gazal @prabhat ray bhatt

गजल:- होली
रंग विरंगक रसरंग सं भौजी के रंगाएल चोली
रंग उडैए छै अवीर उडैए छै देखू आएल होली

होली के रंग में रंगाएल सभक एकही रूपरंग
दोस्ती के रंग में रंगाएल दुश्मन देखू आएल होली

प्रेम स्नेहक पावैन होली गाबैए गीत फगुआ टोली
रसरंग सरोवर भेल दुनिया देखू आएल होली

रंग में रंगाएल शरीर गाबैए गीत जोगी फकीर
गाबैए जोगीरा बजाबैए मृदंग देखू आएल होली

रंग  उड़ाबैए  रंगरसिया  कियो  उड़ाबैए अवीर
तन  मोन  सभक  रंगाएल  देखू आएल  होली

......................वर्ण-२०.............
रचनाकार:-प्रभात राय भट्ट

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