रविवार, 29 अप्रैल 2012

नै चाही थरुहट भोजपुरा नै मिथिला विराट प्रदेश//मुखड़ा

गीत:-
नै चाही थरुहट भोजपुरा नै मिथिला विराट प्रदेश//मुखड़ा
हमरा सभ के चाही एक मधेश स्वायत प्रदेश //२

टुकरा टुकरा भS कS कियो नहि होएब स्वतंत्र
... मुक्ति नै भेटत ककरो शाशन होएत परतंत्र
रचल जारहल अछि जातपात भेदभावक षड़यंत्र
शोषक शाषक केर अछि मधेश विखंडन मूलमंत्र
नै चाही थरुहट भोजपुरा नै मिथिला विराट प्रदेश //
हमरा सभ के चाही एक मधेश स्वायत प्रदेश //२

जागु जागु जागु मधेशी बैढ़ कS आबू आगू
माए मधेश बाट तकैय नीन सं जागु
वीर सहिदक सपना के निरर्थक नै मेटाबू
मेची सं महाकाली तक एक मधेश एक प्रदेश बनाबू
नै चाही थरुहट भोजपुरा नै मिथिला विराट प्रदेश //
हमरा सभ के चाही एक मधेश स्वायत प्रदेश //२

मेची सं महाकाली चूरे भाभर सं तराई,
हिन्दू मुश्लिम थारू शिख इसाई, हम सभ छि भाई भाई
नै जातपात नै मजहब हमर, मधेश मुक्ति धर्म कर्म हमर
हम सभ मधेशी मधेश हमर,मधेश मुक्ति धर्म पथ हमर
नै चाही थरुहट भोजपुरा नै मिथिला विराट प्रदेश //
हमरा सभ के चाही एक मधेश स्वायत प्रदेश //२

मधेशी एकता जिंदाबाद,जिंदाबाद जिंदाबाद
विखंडनकारी मुर्दाबाद,मुर्दाबाद मुर्दाबाद
स्वतंत्र मधेशी जिंदाबाद, जिंदाबाद जिंदाबाद
परतंत्र नेता मुर्दाबाद,मुर्दाबाद मुर्दाबाद
एक मधेश एक प्रदेश जिंदाबाद, जिंदाबाद जिंदाबाद
नै चाही थरुहट भोजपुरा नै मिथिला विराट प्रदेश//
हमरा सभ के चाही एक मधेश स्वायत प्रदेश //२

रचनाकार:-प्रभात राय भट्ट

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