एकतंत्र से प्रजातंत्र फिर आया लोकतंत्र नेपाल देशमें !!
सामन्तबादी का शोषण सिधान्त अब भी हावी है मधेस में !!
दमन शोषण पीड़ा उत्पीडन क्रूर शासक का है मूलमंत्र !!
अपनेही मातृभूमि में मधेसी जनता पर शासन है परतंत्र !!
मधेसी राजनितिक पार्टी का विखंडन हो जाना ये है बड़ी षड़यंत्र
मधेस में फुट डालो शासन करो यथास्थितिबाद का है बड़ा यन्त्र !!
अढाई सय वर्ष से हम जीरहे है शासक की चाकरी और गुलामी में !!
रोग सोक भूख गरीबी हमको दिया,सम्पति हमारा लिया सलामी में !!
अपने अधिकार मांगनेवालेको दिनदहाड़े मारदिजाती थी गोली !!
हमारे वीर मधेसी योधा के खून से खेलागयाथा होली !!
आओ माहान मधेसी जनता हम सब मिलकर उठाये स्वतंत्र मधेस की आवाज !!
अपनी माँ की रक्षा करो चाहे जियो या मरो मधेस माँ की है ये अगांज !!
यथास्थितिवाद शासक का करना है हम सबको मिलके अबशान !!
ईस परिवर्तन के लिए देना पड़ेगी तो देंगे हम अपना वलिदान !!
बार बार मर मर के जीने से अच्छा है एह बार महामृत्यु पा जाउ !!
आपने माँ की आजादी के लिए देके कुर्वानी सदा के लिए अमर हो जाऊ !!
अपने अधिकार के लिए हम अंतिम साँस तक लड़ेंगे !!
सामन्तबाद शासक को हम सता से पदच्युत करेंगे !!
समग्र मधेस एक स्वतंत्र परदेस का हम निर्माण करेंगे !!
हम रहे या न रहे हमारे बच्चे गर्व के साथ जियेंगे,जय माँ मधेस !!
रचनाकार :-प्रभात राय भट्ट
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