की कहू ककरा स: कहू मोनक अपन बात !!
विग्रल जाईय समाज क प्रबृति आओर हालत !!
जुल्म अपराध में फसल अछि युवा वर्ग केर हाथ !
देखरहल छि सबके गोली बन्दुक केर साथ !!
हम जहिया बच्चा छलौ बाबु स मंगलौ किताब कापी कलम !!
मुदा हमर दश वरखक बेट्टा कहैय किन्दे वावू पेस्तोल बन्दुक आ बम !!
हम जहिया युवा छलौ खेलौ दूध खुवा मलाई !!
तन मन स केलौ गाऊ समाज देश क भलाई !!
आई काहिल क छौरा सब वीडी गंजा भांग दारू तारी पिबैय !!
चौक चौराहा बैठक जुवा तास खेलईय !!
बाट चलैत बहुरिया केर देख क मारईय पिहकारी !!
सुतल सुतल भोजन करईय करे नए कोनो रोजगारी !!
अपहरण फिरौती चंदा स पैसा कमाईकेर मन में छई भ्रम !!
चोरी डकैती सेहो कराइय घोईर घोईर पिगेल सबटा लाज शर्म !!
रचनाकार :-प्रभात राय भट्ट
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