सोमवार, 12 दिसंबर 2011

प्रेमक पहिल पत्र@प्रभात राय भट्ट

पहिल प्रेमक पहिल पत्र प्रीतम हम लिखैतछी
मोनक सभटा बात पिया अहिं सं हम कहैतछी
अहां बिनु दिल नै लSगैए हमर तहियाँ सं
दिल चुराकS हमर लगेलौं पिया जहियाँ सं 

पहिल प्रेमक पहिल पत्र प्रियतमा हम लिखैतछी
मोनक सभटा अरमान धनी अहिं सं हम कहैतछी
गोरी आऊ हमरा अंगना खन खन खनकाउ कंगना
अहां बनू हमर सजनी हम बनब अहांक सजाना

हमरा आबू बाबूजी सं बिआहक गप चलाबू
डोली कहार बैंड बाराती लS क जल्दी आबू
हम  महफा में  बैठ  जाएब  पिया अहांक अंगना 
छम छम बजाएब पायल आर खनकाएब कंगना   

कने थईम जाऊ  धनि  आबैयदिए लगन
अहां बनब हमर सजनी हम अहांक सजन
अप्पन बिआह सं भैया बाबु छथि मग्नमें 
हम बैंड  बाराती लS क आएब अहि लगनमे 

रचनाकार:-प्रभात राय भट्ट

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