सोमवार, 3 अक्तूबर 2011


आजुक दिन नवरात्रिक सप्तमी अछि यही उपलक्षय में "जय मिथिला जय मैथिली"
परिवार समस्त सदस्यगण में हार्दिक मंगलमय सुभकामना व्यक्त कय रहल अछि
हे अम्बे जय जय जय जगदम्बे !!
दुःख कय दूर करु शुख कय पुर !!
रोग शोक दूर करू काल कय चूर !!
अष्ट नव निधि दात्री क्षमा सुधा धात्री !!

हे अम्बे जय जय जय जगदम्बे !!
गुणनमें रित दिय सजन में प्रीत !!
बंसमें बृद्धि दिय जंघमें जित !!
शुम्भ निशुम्भ चंड मुंड मंडनी !!

हे अम्बे जय जय जय जगदम्बे !!
हे चामुंडा माता महिसासुर मर्दनी !!
त्रिगुण तारनी दैत्य संघारनी !!
जगत कल्याणी माँ शम्भुरानी !!

हे अम्बे जय जय जय जगदम्बे !!
शुख समृद्धि जस प्रताप कय दात्री!!
दुःख कय दूर करू शुख कय पुर !!
रोग शोक दूर करू काल कय चूर !!
रचनाकार:- प्रभात राय भट्ट
अध्यक्ष:- जय मिथिला जय मैथिली
( कार्यकारणी समिति

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