किस से पुछु,कोन बाताऐगा, क्या है मेरा पहचान !!!
by Prabhat Ray Bhatt Uyfm on Tuesday, 21 December 2010 at 23:48
किस्से पुछू कौन बताएगा क्या है मेरा पेहचान ,. . . . .
माँ जानकीकी जन्मभूमि मिथिलाअंचल मधेस जो है तेरा मातृभूमि नेपाल देश, मेरी माँ ने दीथी मुझे ये उपदेश .. .
दिलमे मची यैसी तरंग झूम उठा मेरा मन, चल पड़ा मै करने अपने देश नेपाल की रमण .
कही किसी ने कहा मधेशी मुझे बहुत अच्छा लगा,
खून मेरा तब खौल उठा जब पहाड़ियों ने कहा मुझे ...मधेशिया, मर्सिया, देसी बिहारी और धोती .
मधेस की जमीन से मिलती है पहाड़ियों को दो छाक की रोटी .फिर भी करता है हमारा उफाश कहकर हमे धोती .
पहाड़ी भाइयो ने उड़ाया मेरा मजाक कर दिया मेरा ऐसा अपमान .
नहीं दिया मुझे मेरा एक नेपाली होनेका सम्मान .. . . . . . . . . . . . . . . . .
किस्से पुछू कौन बताएगा क्या है मेरा पेहचान ..,
हाँ! मै हु एक मधेसी नेपाली और मधेस ही है मेरा स्वाभिमान ,
कबि बिध्यापति जी ने भी किये है मधेसका बखान .
मधेस से ही अब्तारित हुए माँ जानकी और गौतमबुद्ध भगवान .. . . . . .
गर्व है मुझे मधेसी होने पर और मधेस ही है हमारा स्वाभिमान और यही है मेरा पेहचान
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