आँखों की ईशारे देख ,ये दिल तुझे पुकारे ,
आँखों ही आँखों में हम ने पढ़ लिए दिल की शारी बात तुम्हारे !!
मेरे दिलमे बजी है प्यार की सह्नाईयाँ ,
आजा मेरे करीब मिटादे मेरी तनहईयाँ !!
दिल की बात जुबा पे लाऊ कैसे ?
हल्का हल्का मीठा मीठा प्यार का एहसास ,
दिल में मची है हलचल ,लम्बी लम्बी है साँस !!
ओठ कपकपाती है जिश्म में सिहरन आजाती है,
आँख झुक जाती है दिल की बात जुबा पे अटक आती है!!
थम गयी है अपनी जगह चाँद शितारें ,
मौसम है सुहाना,सुहानी पल की है ये ईशारे !!
तू मुझ में डूब जाओ ,मैं तुझमे खो जाऊ ,
मिटाके ये दूरियां दो जिश्म एक जान हो जाऊ !!
मेरे मन की उमंग तेरे तन की तरंग ,
आजा मिलन की प्यास बुझाले एक दूजे की संग !!
आ जरा देखें हम अपनी प्यार की नजारें ,
आँखों की ईशारे देख ये दिल तुझे पुकारें !!
युही ईन्तजार में न बीत जाये ये सुहाना पल ,
जी ले मस्त भरी जिंदगी खुदा न जाने क्या होगा कल ???
रचनाकार :-प्रभात राय भट्ट
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